शुक्रवार, 7 नवंबर 2014

लाओ त्सू के विचार

 लाओ त्सू एक प्रसिद्ध चीनी दार्शनिक , लेखक और विचारक थे । इन्हें ते चिंग नाम से भी जाना जाता है । इनकी विचारधारा पर आधारित चीन में ताओ धर्म प्रचलित है ।  

● ज़िदगी स्वाभाविक बदलावों का नाम है , इन्हें रोकें नहीं । इससे तकलीफ ही होगी । सच्चाई को सच्चाई रहने दें । जिंदगी में जो घटनाएँ हो रही है , उन्हें होने दें ।

● सेहत सबसे बड़ी संपत्ति है , संतोष सबसे बड़ा खजाना है । आत्मविश्वास सबसे बड़ा दोस्त है । अस्तित्व में न होना सबसे बड़ा आनंद है ।

● मौन रहेंगे तो इससे खुद को ताकतवर बना सकेंगे ।

● शब्दों में दया भाव रखने से आत्मविश्वास बढता है । विचारों में दया भाव रखने से गंभीरता आती है और देनें में दया भाव रखने से प्रेम बढता है ।

● सिखने के लिए केवल तीन ही चीजें होती है - जीने में सरलता ,संघर्ष और कठिन हालात में धैर्य और दूसरों के प्रति सहानुभूति । ये तीनो मिलकर जिंदगी का सबसे बड़ा खजाना बनाते है ।

● कठिन काम उस वक्त करो , जब वे आसान हो और महान काम उस समय करो , जब वे छोटे हो । हजार मीलों की यात्रा की शुरुआत एक छोटे कदम से होती है ।

● अगर आप यह मानने लगते है कि सारी चीजें बदलने वाली है तो आप उन्हें थामे रखने की कोशिश नहीं करेंगे । अगर आपको मौत का डर नहीं है तो दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है , जिसे आप हासिल नहीं कर सकते है ।

● बुद्धिमान व्यक्ति वही है , जो यह जानता है कि वह कुछ नहीं जानता है । जो जानता है , वह बोलता नहीं है । जो बोलता है , वह जानता नहीं है ।

● दूसरों को जानना बुद्धिमानी है । खुद को जानना सच्ची बुद्धिमानी है । दूसरों पर राज करना ताकत है । खुद पर राज करना सच्ची ताकत है । अगर आप यह मान लेते हैं कि आपके पास पर्याप्त है तो आप सच्चे धनवान है ।